दक्षिण अफ्रीका में फीफा वर्ल्ड कप 2010 के दौरान अपनी सही भविष्यवाणियों से रातों रात स्टार बने ऑक्टोपस 'पॉल बाबा' ने 25-10-2010 (सोमवार) की रात दुनिया को अलविदा कह दिया। पॉल बाबा की कुछ यादगार तस्वीरों से आइये हम उनकी यादों को ताज़ा करते है।
Tuesday, October 26, 2010
Friday, October 15, 2010
बेवफा मुझसे तेरे ख़त जलाये नहीं जाते *
कुछ लम्हे है जो दिल से मिटाए नहीं जाते..
बेबसी उतर आयी है आँखों में मेरी.. मेरी हँसी से मेरे आंसू छुपाये नहीं जाते..
वफ़ा की राहों में बुझने के बाद ये जाना है.. आंधियो में दीये मोहब्बत के सजाये नहीं जाते..
तेरी तहरीरो से आती है तेरे होठों की महक... बेवफा मुझसे तेरे ख़त जलाये नहीं जाते..
Wednesday, October 13, 2010
► जमीन ना बन सका मैँ आसमान ना बन पाया ◄
जमीन ना बन सका मैँ आसमान ना बन पाया..
तेरे हालात पे भी मेहरबान ना बन पाया..
वो मेरी गुजरी हुई जिन्दगी से वाकिफ था..
कोई रिश्ता हमारे दरमियान ना बन पाया..
इस कदर साथ मेरा उनको दुशवार लगा..
लाख कोशिश की मगर कारवां ना बन पाया..
सी लिया होठोँ को मगर फिर भी जुबां खुल ही गयी..
वो सितम देख के मै भी बे जुबाँ ना बन पाया..
जो भी मुझको मिला बस मैनें उसी को चाहा..
कोई किस्सा मेरे तर्ज ऐ बयाँ ना बन पाया..।
तेरे हालात पे भी मेहरबान ना बन पाया..
वो मेरी गुजरी हुई जिन्दगी से वाकिफ था..
कोई रिश्ता हमारे दरमियान ना बन पाया..
इस कदर साथ मेरा उनको दुशवार लगा..
लाख कोशिश की मगर कारवां ना बन पाया..
सी लिया होठोँ को मगर फिर भी जुबां खुल ही गयी..
वो सितम देख के मै भी बे जुबाँ ना बन पाया..
जो भी मुझको मिला बस मैनें उसी को चाहा..
कोई किस्सा मेरे तर्ज ऐ बयाँ ना बन पाया..।
Sunday, October 10, 2010
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