Wednesday, August 17, 2011
Monday, August 15, 2011
Friday, July 29, 2011
Friday, May 6, 2011
Friday, March 18, 2011
Saturday, March 5, 2011
अजीब दास्ताँ है दोस्ती ♥
अजीब दास्ताँ है दोस्ती की . .
लड़ना मिलने से भी अच्छा लगता हैं . .
लड़ के मनाने वाले भी होते है कुछ . .
तो कुछ को चिढाना अच्छा लगता हैं . .
दोस्त के मुह से कुछ सुनने के लिए . .
कभी रुक जाना भी अच्छा लगता हैं . .
सफर ट्रेन का हो या जिंदगी का . .
खत्म ही नहीं होती बातें फिर भी . .
खामोश रहकर मुस्कराना अच्छा लगता हैं . .
चार दोस्तों में लगता है मिल गयी सारी दुनिया . .
बाकी सब भूल जाना अच्छा लगता है । । ☺
लड़ना मिलने से भी अच्छा लगता हैं . .
लड़ के मनाने वाले भी होते है कुछ . .
तो कुछ को चिढाना अच्छा लगता हैं . .
दोस्त के मुह से कुछ सुनने के लिए . .
कभी रुक जाना भी अच्छा लगता हैं . .
सफर ट्रेन का हो या जिंदगी का . .
खत्म ही नहीं होती बातें फिर भी . .
खामोश रहकर मुस्कराना अच्छा लगता हैं . .
चार दोस्तों में लगता है मिल गयी सारी दुनिया . .
बाकी सब भूल जाना अच्छा लगता है । । ☺
Wednesday, March 2, 2011
Sunday, February 27, 2011
Tuesday, February 8, 2011
तुम याद आते हो ये तो गलत बात है ♫
तुम याद आते हो ये तो गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
हम सोच के हारे है हम कौन तुम्हारे है,
अब आँख चुराते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
बड़ी देर से हम समझे तुम फूल थे कागज़ के,
अब क्या जताते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
मुझे छोड़ के राहों में तुम गैर की बाहों में,
अब रात बिताते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
हम सोच के हारे है हम कौन तुम्हारे है,
अब आँख चुराते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
बड़ी देर से हम समझे तुम फूल थे कागज़ के,
अब क्या जताते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
मुझे छोड़ के राहों में तुम गैर की बाहों में,
अब रात बिताते हो ये भी गलत बात है।
दिल में हमेशा रहते हो क्यों छोड़ा ये जब साथ है।।
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